१
ना तुम
कृष्ण
ना मैं
राधा
फिर भी
तेरे बिन
मैं आधी
मेरे बिन
तुम आधा
२
ना मैं
गोपी
ना तुम
कन्हैया
फिर भी
कैसे तुम
बन गए
मेरे मन के
खेवैया
३
नहीं तुझमे
सोलह कला
ना ही मुझमे
कोई चमत्कार
कहो ना
फिर भी
क्यों करते हैं हम
राधा कृष्ण सा प्यार
सुन्दर प्रस्तुति कृष्ण जन्माष्टमी के पर र आपको और आपके परिवार को हार्दिक शुभकामनाएँ
ReplyDeleteवाह!!!वाह!!! क्या कहने, बेहद उम्दा
ReplyDeleteक्योंकि राधा है मन में और कृष्ण हैं प्यार में
ReplyDeleteराधा कृष्ण का प्रेम अप्रतिम है।
ReplyDeleteबहुत सुंदर भवाभिव्यक्ति!
ReplyDeleteआपको और आपके परिवार के सभी सदस्यों को श्री कृष्ण जन्म की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं!
फिर भी
ReplyDeleteकैसे तुम
बन गए
मेरे मन के
खेवैया
भक्तिमय कर दिया आपने तो.बहुत सुन्दर प्रस्तुति.
वाह वाह वाह ,निकलता ही जा रहा है ।
ReplyDeletesundar rachna sri radhe
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