हर राह
करे इन्तजार
ले जाने को
सदैव तैयार
कुछ हल्के
भारी भरकम
कहीं लम्बे
दूरी के कम
साथ निभाते
मंजिल तक
लौट भी जाते
आखें ढक
करते तय
सांझ ढले
आना कल
अब मिले गले
आसान नहीं
रास्ता एक
मुश्किलें कई
राजा या रंक
कठिन रास्ते
एक चुनौती
जाना उस पर
हंसी बिखराती
मील का पत्थर
तुम्हीं बनो
राह से हटकर
नयी राह गढ़ो.