एक दीया कहे एक दीये से ,
आओ चलें तम की ओर।
फैलाएं उजियाप्रकाश का ,
ज्योतिर्मय हो चाहू ओर।
लौ से लौ मिले ,
जगमग है सृष्टि सारी
मिटकर भी दें चांदनी ,
दीप हम, किस्मत हमारी ।
दीवाली हो सबके जीवन में ,
प्रकाश लिए सब आगे जाएँ ।
स्वप्नों में भी जो हो इच्छा
स्वप्नों में भी जो हो इच्छा
ईश्वर पूरी करते जाएँ ।
महालक्ष्मी का हो आगमन ,
सबके नेह कुटीर में ,
रुनझुन रुनझुन सी गूंजें ,
रुनझुन रुनझुन सी गूंजें ,
सबके परिवेश में ।
हर पल बढे एक दीया ,
मान , सम्मान और वैभव का ।
लौ उसकी जलती रहे ,
लौ उसकी जलती रहे ,
इंधन गरिमा - स्नेह का ।
लौ देख तुम्हे मुस्काती रहे
कि न हो भेंट दीये के तल से ।
दीवाली आपको हो मुबारक ,
दीवाली आपको हो मुबारक ,
शुभकामनाएं मन से ।
दीपावली की अग्रिम शुभकामनाएं !
आपको भी दीपावली की बहुत बहुत शुभकामनायें।
ReplyDeleteबहुत सुंदर .... दीपावली की शुभकामनाएं
ReplyDeleteबहुत बढ़िया प्रस्तुति,,,,
ReplyDeleteआपको भी दीपावली की बहुत२ शुभकामनायें।
RECENT POST : समय की पुकार है,
मन के भावो को खुबसूरत शब्द दिए है अपने.....आपको भी दीपावली की बहुत शुभकामनायें।
ReplyDeleteदीपावली की बहुत शुभकामनायें।
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