नया भारत
नई सुबह लेकर आई
नवयुग का सुंदर संदेश
शिक्षा और शान्ति लाई
हमसे कमतर हो परदेस ।
बजा नई तकनीक का डमरू
प्रगति ने पॉंव पसारे हैं
खुशहाली ने बांधे घुंघरू
हम उस पर वारी जाते हैं ।
डिजिटल इंडिया की धुन बौराए
योग बना इसकी पहचान
विश्व खड़ा बांहें फैलाए
धरा गगन पर हो अधिकार ।
भारत में है गीता सार
बहती निर्मल गंगा की धार
लगता जैसे परियों का देश
इस में ही समाया सुख संदेश ।
बहुत अच्छी रचना . स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं - अनामिका
ReplyDeleteबहुत सुन्दर रचना
जय हिन्द!
रचना के अंदर आपने कितने भाव एक साथ पिरो दिये।
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